गर्मी में भोलेनाथ का गन्ना-आम रस से अभिषेक, केला और संतरे का लगाया गया भोग
वैशाख का महीना शुरू होते ही भगवान भोलेनाथ पर विष का असर होने लगता है, जिसको नियंत्रित करने और भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए एक महीने तक उनके ऊपर जल की अखंड बूंद अर्पित की जाती है.
What's Your Reaction?